joharcg.com हर साल दिवापली के कुछ दिन शहर में उठाईगिरी, लूट और चोरी की वारदात बढ़ जाती है। इस बार भी इस त्यौहारी सीजन में लूट, उठाईगिरी और चोरी का खतरा मंडरा रहा है। इसको देखते हुए पुलिस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए बकायदा योजना बनाई है। ऐसे वारदातों को रोकने बाजारों में संदिग्धों पर नजर रखने सादी वर्दी में पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके अलावा जेल से छूटे लोकल बदमाशों की वर्तमान गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। दरअसल दशहरा का पर्व खत्म होने के साथ ही हर साल आसपास के राज्यों से उठाईगीर, लुटेरे, ठग आदि यहां आकर वारदात को अंजाम देते आए हैं। लिहाजा इस बार भी अपराधियों के आने की आशंका को ध्यान में रखकर पुलिस कप्तान बीएन मीणा ने थाना प्रभारियों को अलर्ट होकर संदिग्ध लोगों पर नजर रखने के साथ ही जेल से छूटे बाहरी व लोकल बदमाशों की जानकारी जुटाने को कहा है। जेल से पिछले दो महीने में जमानत पर छोड़े गए सभी अपराधियों की जानकारी मांगी गई है। यहीं नहीं होटल, लॉज, सराय, धर्मशाला, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और आउटर इलाके में पुलिस ने जांच अभियान छेड़ दिया है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि हर साल बारिश के बाद ठंढ से ठीक पहले भिलाई दुर्ग में बाहरी गिरोह के बदमाश दस्तक देते आए हैं। ये बदमाश शहर के भीतर और आउटर इलाकों में घूम-घूमकर रेकी करने के बाद वारदात करते हैं और फरार हो जाते हैं। इसके अलावा इन पेशेवर अपराधियों के निशाने पर मोटी रकम लेकर बाजारों में खरीददारी के लिए आने वाली भीड़ भी रहती है। दुर्गोत्सव के साथ ही बीएसपी कर्मचारी को एक्सग्रेसिया और रेलवे सहित अन्य शासकीय कर्मचारियों को बोनस मिल चुका है। इससे भिलाई दुर्ग के सभी बाजारों में भीड़ बनी हुई है। इस भीड़ का फायदा उठाने पेशेवर अपराधियों की सक्रियता हर साल रहती है।

लिहाजा इस बार भी जनजातीय गिरोह, बाहरी गिरोहों की सक्रियता को देखते हुए पुलिस को अलर्ट किया गया है। संदिग्धों की तलाश में मुखबिरों के अलावा पुलिस के जवानों को सादी वर्दी में लगाया गया है। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के अलावा दिल्ली, बंगाल का गिरोह इस दौरान यहां आकर उठाईगिरी, चोरी, ठगी आदि की वारदात करते हैंए इसलिए पुलिस की नींद उड़ी हुई है।

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