joharcg.com अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर “गरिमा के साथ वृद्धावस्था” कार्यक्रम का आयोजन भोपाल में किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण श्रीमती सोनाली वायंगणकर ने वृद्धजनों के अनुभवों के महत्व को उजागर किया। उन्होंने कहा कि वृद्धजनों के अनुभवों का लाभ उठाकर हम अपने जीवन को अधिक सहज और सरल बना सकते हैं।
वृद्धजन के अनुभव का लाभ उठाये : प्रमुख सचिव श्रीमती वायंगणकर
यह कार्यक्रम सामाजिक न्याय विभाग, हेल्पेज इंडिया, सीनियर सिटीजन फोरम, और शासकीय होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया। प्रमुख सचिव श्रीमती वायंगणकर ने बताया कि इस वर्ष भी राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन भोपाल सहित सभी जिला मुख्यालयों पर किया गया। इस मौके पर शतायु बुजुर्गों को सम्मानित किया गया, जिनमें 113 वर्षीय श्रीमती राम कुंवर बाई, 103 वर्षीय श्रीमती तुलाबाई, 108 वर्षीय श्री हरीलाल, 120 वर्षीय श्रीमती गयाबाई और 101 वर्षीय श्रीमती बड़बाई शामिल थीं। इन बुजुर्गों को एक-एक हजार रुपये और शॉल-श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में नि:शुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन भी किया गया, जहां बुजुर्गों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गईं। आयुक्त सामाजिक न्याय डॉ. आर.आर. भोंसले ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश के पांच जिलों—ग्वालियर, टीकमगढ़, उज्जैन, छिंदवाड़ा और जबलपुर में वृद्धजनों के लिए विशेष शिविर आयोजित किए गए। इनमें एलमिको संस्था के माध्यम से जरूरतमंद वृद्धजनों को सहायक उपकरण वितरित किए गए। ग्वालियर में 155, टीकमगढ़ में 147, उज्जैन में 10, जबलपुर में 28 और छिंदवाड़ा में 10 हितग्राहियों को ये उपकरण प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में शासकीय होम्योपैथिक कॉलेज के प्राचार्य, स्टाफ, आयुष्मान निरामयन हेल्पेज इंडिया, और सीनियर सिटीजन फोरम के प्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में वृद्धजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का प्रारंभ सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ किया गया, जिसमें विभिन्न प्रतिभाओं ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया।
इस प्रकार, “गरिमा के साथ वृद्धावस्था” कार्यक्रम ने न केवल वृद्धजनों को सम्मानित किया बल्कि उनके अनुभवों को साझा करने और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने का भी महत्वपूर्ण कार्य किया।