घर-घर पहुँच कर दिव्यांग, वृद्धा एवं असहाय लोगो की राशि भुगतान कर सेवा भावना का उदाहरण किया जा रहा है प्रस्तुत
अब तक बीसी सखी के माध्यम से कुल 25 करोड़ 18 लाख की राशि का किया गया वित्तीय लेनदेन
लॉकडाउन की अवधि में कुल 2 करोड़ 95 लाख का किया गया  लेन देन

जशपुरनगर : बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौरान जहां बैंक से वित्तीय लेनदेन मे परेशानी हो रही है। ऐसे मे बीसी सखी, बैंकिग कोरेस्पोंडेंट एवं डीजि-पे दीदी ग्रामीण क्षेत्रो मे बैकिंग सुविधाए उपलब्ध करा रही है। कलेक्टर श्री महादेव कावरे एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी के मार्गदर्शन मे कोरोना काल मे भी ग्रामीण क्षेत्रो मे लोगो को पैसो के लेन देन मे परेशानी न हो इस बात को ध्यान मे रखते हुए बीसी सखी को कार्य करने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया एवं समय पर लोगो को मनरेगा मजदूरी, किसान सम्मान निधि योजना, समस्त पेंशन योजना, बीमा योजना आदि की राशि समय पर निकासी हो इस पर प्रमुख रूप से ध्यान दिया गया ताकि लोगो को लॉकडाउन मे किसी भी प्रकार के वित्तीय संकट का सामना न करना पड़े।
बिहान योजना के जिला मिशन प्रबंधक श्री विजय शरण प्रसाद द्वारा बताया गया कि पंचायत एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गांव-गांव तक बैंकिग सुविधा पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अंतर्गत गठित स्वसहायता समूह की महिलाओं को बैंक सखी नियुक्त कर उन्हें इस कार्य के लिए प्रशिक्षित किया गया है। वर्तमान मे बिहान योजना के अंतर्गत जिले में कुल 164 बीसी सखी एवं डीजी पे दीदीयों द्वारा कार्य किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 24 बीसी सखी एवं 140 डीजी- पे दीदीयों द्वारा जिले के सभी 8 ब्लॉक मे कार्य किया जा रहा है।
बैंक सखी बायोमीट्रिक डिवाइस, एंड्राइड फोन के साथ गांव-गांव जाकर मोबाईल बैंकिंग यूनिट के रूप में अपनी सेवाएं दे रही है। बैंक सखी की नियुक्ति से लोगों को छोटी-छोटी राशियों के लेन-देन के लिए बार-बार बैंक जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। इससे आम लोगों की बैंक आने-जाने में लगने वाले समय एवं धन की बचत होगी तथा बैंकों पर पड़ने वाले दबाव में भी कमी आई है। साथ ही बैंक सखी की नियुक्ति से ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा की राशि भुगतान, वृद्धा पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं ेबैंक खातों के माध्यम से होने वाले अन्य मजदूरी भुगतान में तेजी तथा नियमितता आई है।
इन महिलाओं द्वारा अब तक कुल 25 करोड़ 18 लाख का वित्तीय लेन देन महिलाओ द्वारा किया जा चुका है। मार्च 2021 तक कुल 22 करोड़ 23 लाख का वित्तीय लेनदेन किया गया है साथ ही लॉकडाउन की अवधि मे कुल 2 करोड़ 95 लाख का लेन देन किया गया है। उन्होंने बताया कि इनके द्वारा घर-घर पहुँच कर भी दिव्यांगे, वृद्धा एवं असहाय लोगो की राशि भुगतान कर सेवा की भावना का उदाहरण प्रस्तुत किया जा रहा है। जिससे एक बेहतर समाज का निर्माण भी हो रहा है। उनसे प्रेरित होकर लोग एक दूसरे की मदद भी कर रहे है जो एक बेहतर समाज की उन्नति का सूचक है।

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