रायपुर – छत्तीसगढ़ राज्य हथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ ने गणवेश निर्माण संबंधी कार्य के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इस नई गाइडलाइन के जारी होने से सभी स्व सहायता समूह और संस्थाओं को रोजगार के बराबर अवसर उपलब्ध होंगे। 

     उल्लेखनीय है ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने विगत दिनों गणवेश सिलाई संबंधी शिकायत मिलने पर अधिकारियों को जांच कमेटी गठित कर मामले की रिपोर्ट 15 दिवस के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। हाथकरघा संघ के प्रबंध संचालक श्री राजेश सिंह राणा ने बताया कि संघ द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग एवं राजीव गांधी शिक्षा मिशन को मांग के आधार पर प्रदेश के पंजीकृत स्व-सहायता समूह और संस्था से शाला गणवेश सिलाई करवा कर आपूर्ति की जाती है। उन्होंने बताया कि संज्ञान में आया है कि कुछ स्व सहायता समूह संस्था के द्वारा प्रतिवर्ष सीजन में अत्याधिक गणवेश सिलाई का कार्य आदेश प्राप्त कर लेते हैं एवं कुछ स्व-सहायता समूह संस्था को बहुत ही कम गणवेश सिलाई का कार्य आदेश मिल पाता है। जिसके कारण स्व-सहायता समूह और संस्था में असंतोष की स्थिति बनी रहती है। 

     प्रबंध संचालक श्री राणा ने बताया कि गणवेश सिलाई कार्य में सभी समूहों को कार्य उपलब्ध कराने की दृष्टि एवं समस्त समूह और संस्था के हित में सभी को अवसर प्रदान करने के लिए यह तय किया गया है कि एक सीजन में एक समूह संस्था को 20,000 गणवेश सेट सिलाई से अधिक का कार्य आदेश नहीं दिया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि समूह या संस्था को 20,000 गणवेश सेट सिलाई कार्य आदेश जारी करने के बाद उस समूह संस्था को उस वर्ष का कार्य नहीं दिया जाएगा। समूहों द्वार कार्यादेश के अनुरूप तैयार किए गए गणवेश की गुणवत्ता जांच व सत्यापन के बाद ही समूहों को उनकी कार्य क्षमता के अनुसार गणवेश तैयार करने नया कार्यादेश जारी किया जाएगा।