Banjari Mata Bagulamukhi

Banjari Mata Bagulamukhi माँ बगुला मुखी ( जिसे बंजारी माता के नाम से जाना जाता है| यह प्रसिद्ध मंदिर रायपुर जिले में स्थित है| रायपुर से बिलासपुर नेशनल हाइवे क्र. 30 पर स्थित है| 

स्थानीय निवासी के अनुसार माता रानी की प्रतिमा भुगर्भित है| माता स्वयं अपनी इच्छा स्वरुप इस स्थान पर प्रकट हुई है| इसे माँ दुर्गा का अवतार भी कहा जाता है| लोगो के अनुसार पहले यह स्थान बंजर भूमि हुवा करता था| जिसके चलते इस स्थान पर लोगो  का आना जाना न के बराबर हुवा करता था| मगर माता के प्रागट्य स्वरुप  यह स्थान उपजाऊ होने लगा तथा इस स्थान का महत्व बडने लगा|
( माता रानी बंजर भूमि में प्रगटी है| इस कारण माता का नाम बंजारी पड़ा तथा माँ का जो मुख है वह बगुला के मुख के सामान है जिस कारण माता का नाम बगुला मुखी पड़ा ) 

आज जो वर्तमान मंदिर है वह काफी भव्य व मंदिर परिसर पर नाना प्रकार के सुन्दर मूर्तियों व मंदिरो का निर्माण किया गया है जिस कारण मंदिर की सुन्दरता और भी चार – चाँद हो गयी है| 

वैसे तो मंदिर में हमेशा भक्तो का ताता लगा रहता है,मगर साल के दोनों नवरात्रि व दशहरा में काफी भीड़ देखी जा सकती है| नवरात्र के समय भक्तो के द्वारा भारी मात्र में मनोकामना ज्योति जलाई जाती है| 

उज्वल गौ रक्षण केंद्र

मंदिर ट्रस्ट के द्वारा पास में ही गौशाला चलाया जाता है| जिसमे गायो का पालन किया जाता व घायल बीमार गौमाता व अन्य पशुवो का उचित ईलाज किया जाता है|

यहाँ नाग-नागिन का जोड़ा भी आते हैं आशीर्वाद लेने

मां बंजारी के दरबार में मन की मनौती के लिए केवल श्रद्धालु ही नहीं। मां से आशीर्वाद लेने के लिए नाग-नागिन का जोड़ा भी यहां आते हैं। जिस तरह लोग अपनी मन की मुराद पाने के लिए यहां आते हैं। उसी तरह नाग-नागिन का जोड़ा भी माता से अशीर्वाद लेने आते हैं। पहले केवल एक दो जोड़े ही आते थे, अब धीर-धीरे उनकी संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है।

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