बेमेतरा।  छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में साजा महाविद्यालय को कुछ दिनों पहले क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया था, जिसमें कोरोना पॉजिटिव मरीज पाया गया था।  इसके बाद पूरे क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।  वहीं आस-पास 7 किलोमीटर की दूरी में बसे 6 गांव को बफर जोन घोषित किया गया है. साथ ही अमलीडीह गांव को सील कर दिया गया है। 


बता दें कि बीते दिनों साजा जनपद के अमलीडीह गांव में एक महिला कोरोना पॉजिटिव मिली थी, जिसके बाद कोरोना सेंटर में क्वॉरेंटाइन हुए 158 लोगों में से केवल 5 का ही ब्लड सैम्पल लिया गया है. वहीं जिला प्रशासन ने क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया है. जारी आदेश के मुताबिक अमलीडीह क्षेत्र के भरदा गांव में बसे मसावा, रामपुर, केवतरा, देउरगांव और पदाकितौला को बफर जोन में रखा गया है. इस क्षेत्र में आवागमन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है.

सभी दुकान, ऑफिस और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया गया है. यहां घर पहुंच सेवा से उचित मूल्य पर सामग्री दी जाएगी. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस की ओर से पेट्रोलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. बीते दिनों जिले के साजा महाविद्यालय में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। 

प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक बेमेतरा जनपद क्षेत्र के 4 हजार 872 प्रवासी श्रमिक, नवागढ़ क्षेत्र के 4 हजार 986 प्रवासी श्रमिक, साजा जनपद के 4 हजार 286 प्रवासी श्रमिक, बेरला जनपद के 3 हजार 157 प्रवासी श्रमिक समेत कुल 17 हजार 261 प्रवासी श्रमिक घर वापसी कर चुके हैं, जिन्हें क्वॉरेंटाइन किया गया है. वहीं 988 प्रवासी शहरी क्षेत्रों में लौटे हैं. इस प्रकार कुल 18 हजार 249 मजदूरों की वापसी हुई है। 

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