बिलासपुर – देश भर के कई राज्यों से मजदूर पैदल ही अपने गंतव्य की ओर निकल पड़े हैं। ऐसे हीनागपुर से झारखंड जाने पैदल निकले एक मजदूर की सिम्स में मौत हो गई है, इसे 3 अप्रेल को सिम्स में भर्ती किया गया था, कोरोना संदेही मानकर सैम्पल लिया गया था, जिसकी 4 अप्रेल की सुबह मौत हो गई, जिसकी सैम्पल रिपोर्ट नेगिटिव आने के बाद पीएम कराया गया, जिसमे मौत की वजह हार्ट अटैक बताया गया है। जानकारी के मुताबिक झारखण्ड निवासी मजदूर 42 वर्षीय रवि मुंडा अपने आठ मजदूर साथियों के साथ नागपुर से झारखंड जाने के लिए पैदल निकला था, तकरीबन 10 से 12 दिन तक चलने के बाद रवि मुंडा अपने साथियों के साथ 3 अप्रैल को सरगांव के पास पहुचा था, उस समय अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई, तब आसपास के लोगों ने 108 की सहायता से सिम्स भिजवाया था। 


सिम्स में ट्रैवल हिस्ट्री को आधार मानकर रवि मुंडा को कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया, इसके बाद रवि समेत उसके 8 साथियों का कोरोना सैम्पल लेकर जांच के लिए रायपुर एम्स भेजा गया था, लेकिन सैम्पल रिपोर्ट आने से पहले ही रवि मुंडा का चार अप्रैल की सुबह मौत हो गई।


इधर सेम्पल रिपोर्ट नही आने पर बॉडी को सिम्स शवगृह में रखा गया था, वही 5 मार्च की देर रात सेम्पल रिपोर्ट आया, जिसमे रवि मुंडा और उसके साथियों की रिपोर्ट को कोरोना नेगिटिव बताया गया, रिपोर्ट के बाद 6 अप्रैल की सुबह शव का पीएम किया गया, जिसमे उसकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताया गया हैं। 

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