रायपुर – राज्य मेें कुपोषण से मुक्ति के दृढ़संकल्प के साथ शुरू किए गए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का व्यापक असर दिखाई देने लगा है। पिछले 6 माह में प्रदेश के 13 प्रतिशत बच्चे कुपोषण से मुक्ति पा चुके है। इसी तरह कुपोषण से मुक्ति पा चुकी बिलासपुर जिले की दो वर्ष 10 माह की कुमारी स्वरा को जब अक्टूबर 2019 में इस योजना के तहत शामिल किया गया था तब उसका वजन काफी कम था और वजन लगातार घटता जा रहा था। इस योजना के तहत स्वरा को पौष्टिक आहार देने के साथ उसका पूरा ध्यान रखा गया आज वह पूरी तरह से स्वस्थ है इससे उसकी परिवार वालों की चिंता दूर हो गई है।

    जानकारी मिलने के पश्चान मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत कुमारी स्वरा, माता श्रीमती कुमारी बाई और पिता श्री मानु गौड़ को आंगनबाड़ी केन्द्र एरमसाही 3 सेक्टर दर्राभाठा, एकीकृत बाल विकास परियोजना सीपत के द्वारा मध्यम कुपोषित बच्चे के रूप में किया गया था। योजना से जोड़ने के पश्चात बालिका के घर जाकर उसकी सतत निगरानी की गई तथा उसे कुपोषण से मुक्त करने के लिये शासन की योजनाओं का लाभ दिया गया। उसे बाल संदर्भ योजना के तहत आवश्यक दवाई प्रदान की गयी तथा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत अतिरिक्त आहार के रूप में पौष्टिक लड्डू उसे नियमित रूप से दिया गया, जिससे स्वरा का वजन में लगातार सुधार होने लगा और 6 माह पश्चात उसका वजन बढ़कर सामान्य हो गया। कुमारी स्वरा पहले बार-बार बीमार पड़ती थी, अब उसके स्वास्थ्य में सुधार होने के कारण अब वह बीमार नहीं पड़ती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा बालिका के परिवार को भोजन में विविधता लाकर उसे रूचिपूर्ण बनाने और किचन गार्डन में पौष्टिक सब्जी लगाकर उसका सेवन करने के बारे में भी नियमित रूप से उन्हें सलाह दिया जा रहा है।