अब गांव की महिलाएं भी बड़े कम्पनियों के साथ कर रही हैं एमओयू साईन – मुख्यमंत्री श्री बघेल
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किया 633 करोड 88 लाख रूपए के लागत के 110 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण
श्री बघेल का मांदर देकर किया गया स्वागत

रायपुर – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज सरगुजा संभाग के मुख्यालय अंबिकापुर स्थित राजीव गांधी शासकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय अम्बिकपुर में आयोजित कार्यक्रम में 633 करोड़ 88 लाख रूपए के विभिन्न निर्माण एवं विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। इनमें 559 करोड़ 84 लाख रूपए लागत के 79 कार्यों का भूमिपूजन एवं 74 करोड़ 4 लाख रूपए की लागत के 31 कार्यों का लोकार्पण शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत की मांग पर सीतापुर में उद्यानिकी महाविद्यालय तथा मैनपाट में बायोडायर्वसिटी पार्क खोलने, दरिमा एयरपोर्ट प्रारंभ करने तथा विकासखण्ड मुख्यालयों से संभाग को जोड़ने वाली सभी सड़कों का उन्नयन की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को सरगुजिहा मांदर देकर सम्मानित किया गया। 

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि सरगुजा जिले के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है जब गांव के महिलाओं के द्वारा अपने उत्पाद को बेचने के लिए बड़ी कम्पनियों के समान समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर रही हैं। उन्होंने कहा कि गोबर जिसे मामूली वस्तु समझा जाता था, वह आज एक मूल्यवान वस्तु बनकर ग्रामीण जीवन को समृद्ध कर रहा है। श्री बघेल ने कहा कि सरगुजा के बिहान स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा फोर्टीफाइड वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री कर अन्य प्रदेश की कम्पनी के साथ एमओयू करने का बीड़ा उठाया है यह तारीफ के काबिल है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में रहने वाले अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुंचाने के लिए ही हम लोगों ने सुराजी गांव योजना का निर्माण किया। पूरे छत्तीसगढ़ में 6 हजार 430 गोठानों का निर्माण करके पशुओं की अच्छी देखभाल का इंतेजाम कर रहे हैं। इन गौठानों के माध्यम से जैविक खाद का निर्माण कर रहे है इससे हजारों की संख्या में हमारी माता, बहनों और युवाओं को रोजगार मिल रहा है। हमारी सरकार पर्यटन के क्षेत्र में नई दृष्टि के साथ काम कर रहे हैं। अब संस्कृति और पर्यटन को जोड़कर ऐसी रणनीति बनायी है जिससे दोनों का विकास साथ-साथ हो सकें और पिछडे क्षेत्रों को इसका सबसे ज्यादा लाभ हो। 

ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण हेतु योजना बनाकर अमल में ला रही सरकार – संस्कृति मंत्री श्री भगत
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढीकरण हेतु योजना बनाने तथा उसका सही क्रियान्वयन करने से यहां की जनता स्वावलंबी बन रही है। पूरे प्रदेश में 1 दिसंबर से धान खरीदी केंद्र की शुरुआत हुई है। किसानों को किसी भी प्रकार से धान खरीदी केंद्र में कोई समस्या न हो इसके लिए प्रदेश के मुखिया स्वयं धान उपार्जन केंद्रों में जाकर किसानों से पूछते हैं, उनसे रूबरू होते हैं। कोविड-19 के कारण लॉकडाउन की अवधि में पूरे प्रदेश सरकार की यही चिंता थी कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए इसके लिए मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने 3 महीना का निःशुल्क राशन प्रत्येक घर में पहुंचाने का फैसला किया। 

श्री भगत ने सीतापुर में उद्यानिकी कॉलेज खोलने, अंबिकापुर में कमिश्नर कार्यालय के लिए नया भवन बनाने,दरिमा में हवाई सेवा की शुरुआत करने छात्रावास आश्रमों की सीटों की संख्या में वृद्धि करने तथा मैनपाट में पर्यटन के क्षेत्र में विकास जैसे प्रमुख मुद्दो से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। 

योजना के क्रियान्वयन में अधिकारी के साथ जनप्रतिनिधि एवं जनता भी हो शामिल- डॉ. शिव डहरिया
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि विकास योजनाओं को लेकर हमारे प्रदेश की चर्चा पूरे देश में होने लगी है। नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी जैसी योजनाएं लाकर सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में मजबूती लाने के साथ ही लोगों को आत्म सम्मान से जीने का हक दिला रही है। मुख्यमंत्री महोदय प्रदेश में बनी सभी योजनाओं के क्रियान्वयन सही तरीके से हो रहा है या नहीं उसकी खबर वे स्वयं लेते हैं। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रशासकीय अधिकारी के साथ-साथ जनप्रतिनिधि एवं जनता को भी शामिल होना चाहिए। मुख्यमंत्री सरगुजा संभाग के विकास के लिए पिछले चार-पांच दिनों से यहां आए हुए हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा की जा रही मांगों पर प्रमुखता से विचार कर उसे स्वीकृति प्रदान कर रहे हैं।

जनता द्वारा दी गई जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से संभाल रहे हैं मुख्यमंत्री श्री बघेल: पंचायत मंत्री श्री सिंहदेव 
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पूरे प्रदेश के दौरा करने का निर्णय लिया है वे वहां के स्थानीय अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों से मिलकर सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओं के उचित क्रियान्वयन की जानकारी लेते हैं। पंचायत एवं चिकित्सा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल प्रदेश की जनता द्वारा दी गई जिम्मेदारी को पिछले 2 वर्षों से बेहतर तरीके से संभाल रहे हैं। वे कहते हैं कि जनता द्वारा दी गई सभी जिम्मेदारियों का हमें पूरा करना है। उन्होंने कहा कि वन अधिकार कानून को वास्तविक रूप से लागू किया जा रहा है, जनता को उसके वास्तविक अधिकार मिलने लगे हैं अब पंचायतों में भी दिव्यांग चुनकर आ रहे हैं। उन्होंने रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रस्ताव बनाने की बात कही। 

इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, संसदीय सचिव एवं सामरी विधायक श्री चिन्तामणी महराज, सरगुजा विकास प्राधिकारण छत्तीसगढ़ खाद्य आयोग के अध्यक्ष, श्री गुरप्रीत सिंह बाबरा, छत्तीसगढ़ औषधीय पादप बोर्ड के अध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक, श्रम कल्याण मण्डल के अध्यक्ष श्री शफी अहमद, बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री अजय अग्रवाल, उपाध्यक्ष एवं रामानुजगंज विधायक श्री बृहस्पति सिंह, महापौर डॉ. अजय तिर्की, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु सिंह एवं उपाध्यक्ष श्री राकेश गुप्ता, कमिश्नर सुश्री जी. किण्डो, पुलिस महानिरीक्षक श्री रतनलाल डांगी, कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा, पुलिस अधीक्षक श्री टीआर कोशिमा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।