जिले में मनरेगा के तहत एक लाख 34 हजार 973 मजदूर हो रहे लाभान्वित

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कर रहे कार्य


रोजगार मिलने से जीवनयापन करने में होनी वाली कठिनाईयां हुई दूर

राजनांदगांव – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने लॉकडाउन में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए मनरेगा के कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए हैं। कोरोना महामारी के चलते महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार ग्रामीण योजना जिले में ग्रामीणों के आय का महत्वपूर्ण साधन बना हुआ है। इसके माध्यम से ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। जिससे उनके जीवनयापन करने में होने वाली कठिनाईयां दूर हो गई है।

कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य के मार्गदर्शन में मनरेगा के अंतर्गत वर्तमान में जिले की 812 ग्राम पंचायतों में से 766 ग्राम पंचायतों में 3 हजार 855 कार्य प्रारंभ हो चुके हैं। जिसमें एक लाख 34 हजार 973 श्रमिक कार्य कर लाभान्वित हो रहे है। कार्य स्थल पर कोरोना वायरस की संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जा रहा है। साथ ही हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था भी की गई है।

जिला पंचायत राजनांदगांव से प्राप्त जानकारी के अनुसार मनरेगा के अंतर्गत वर्तमान में जिले के डोंगरगांव विकासखंड की 73 ग्राम पंचायतों में 269 कार्य चल रहे हैं जिसमें 6 हजार 652 मजदूर कार्यरत हैं। इसी प्रकार विकासखंड मोहला की 54 ग्राम पंचायतों में 343 कार्यों में 9 हजार 368 श्रमिक लाभान्वित हो रहे है। विकासखंड छुईखदान की 104 ग्राम पंचायतों में 509 कार्य चल रहे है। यहां प्रतिदिन 18 हजार श्रमिक कार्य कर रहे हैं। विकासखंड मानपुर की 56 ग्राम पंचायतों में 340 कार्य संचालित है। जिसमें 10 हजार 406 श्रमिकों को लाभ मिल रहा है। छुरिया विकासखंड की 110 ग्राम पंचायतों में 416 कार्य चल रहे है। जिसमें 17 हजार 64 श्रमिक कार्यरत हैं।

विकासखंड अंबागढ़ चौकी की 69 ग्राम पंचायतों में 343 कार्य संचालित है। यहां 12 हजार 896 मजदूर कार्य कर रहे हैं। डोंगरगढ़ विकासखंड की 97 ग्राम पंचायतों में 570 कार्य चल रहे हैं। जिसमें 14 हजार 264 मजदूर कार्य कर रहे हैं। खैरागढ़ विकासखंड की 101 ग्राम पंचायतों में 555 कार्य संचालित हैं। जिनमें 24 हजार 978 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। राजनांदगांव विकासखंड की 102 ग्राम पंचायतों में 510 कार्य चल रहे हैं।  इस विकास खंड में 21 हजार 325 मजदूर कार्य कर रहे है।