रायपुर – रायपुर नगर पालिक निगम के महापौर श्री एजाज ढेबर की जनस्वास्थ्य हितकारी पहल पर नगर निगम द्वारा निगम के सभी 10 जोन के समस्त 70 वार्डो में फायर ब्रिगेड, फागिंग मशीन की सहायता से राजधानी में जनस्वास्थ्य सुरक्षा हेतु नोवल कोरोना वायरस के फैलाव की कारगर रोकथाम करने के उद्देश्य से जोन के माध्यम से सभी मुख्य मार्गो में लगातार 5 दिनों तक विशेष सेनेटाइजर स्प्रे अभियान चलाये जाने का अभियान विगत 3 दिनों पूर्व से निगम जोन 8, 6 एवं 5 के वार्डो के मुख्य मार्गो से होकर प्रारम्भ हो चुका है।

महापौर श्री ढेबर के निर्देश पर आज नगर निगम जोन 7 के माध्यम से निर्धारित रूट के अनुसार जोन 7 कार्यालय अग्रसेन चौक, रामसागर पारा चौक, राठौर चौक होते हुए तेलघानी नाका चौक, वापस अग्रसेन चौक होकर आमापारा रोड, शिवाजी चौक, झंडा चौक, बमलेश्वरी मंदिर होकर वापस अग्रसेन चौक, अग्रसेन चौक से समता कालोनी, चौबे कालोनी, गीता नगर होकर जीई रोड तक, जीई रोड होकर संसदीय सचिव एवं रायपुर पश्चिम विधायक के कार्यालय तक, पश्चिम विधायक कार्यालय से कुकुरबेडा होते हुए पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार तक, पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से मोहबाबाजार होकर भारत माता चौक तक, भारत माता चौक से रामनगर चौक तक, रामनगर चौक से अंडरब्रिज दिशा कालेज के सामने से अंदर होते हुए जोन 7 कार्यालय होकर जीई रोड विशाल मेगा मार्ट के सामने से होकर राजकुमार कालेज, रामकुंड वंदना आटो तक, रामकुंड होकर बाबा गुरू घासीदास प्लाजा, आमापारा बाजार होते हुए जोन 7 कार्यालय तक कोविड 19 के प्रसार की कारगर तरीके से रोकथाम करने की दृष्टि से फायर ब्रिगेड, फागिंग मशीन, हैंड स्प्रे मशीन की सहायता से विशेष सेनेटाइजर स्प्रे अभियान चलाया गया।

इस दौरान महापौर श्री एजाज ढेबर के नेतृत्व एवं संसदीय सचिव व रायपुर पश्चिम विधायक श्री विकास उपाध्याय की विशेष उपस्थिति में चलाये गये जनस्वास्थ्य सुरक्षा हितकारी अभियान में नगर निगम जोन 7 के जोन अध्यक्ष श्री मनी राम साहू, स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष श्री नागभूषण राव, एम.आई.सी.सदस्य श्री रितेश त्रिपाठी भी उपस्थित थे। इसमें नोवल कोरोना वायरस की रोकथाम के अभियान में निरंतर देवदूत की सी अत्यंत सकारात्मक भूमिका का व्यवहारिक निर्वहन राजधानीवासियों के मध्य कर रहे रायपुर नगर निगम के सफाई मित्रों, स्वयंसेवी संगठनो, निगम जनप्रतिनिधि पार्षदो, अधिकारियो, कर्मचारियों का योगदान एक बार फिर उल्लेखनीय रहा।