गिरदावरी के निरीक्षण हेतु भ्रमण के दौरान कलेक्टर द्वारा आपदा पीड़ित परिवार को राहत राशि स्वीकृत* 
*वर्मी टांका निर्माण में लापरवाही पर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी निलंबित

उत्तर बस्तर कांकेर- जिले के प्रभारी सचिव श्री धनंजय देवांगन और कलेक्टर श्री के.एल. चौहान ने गिरदावरी कार्य का दो दिनों तक सघन निरीक्षण किया। पहले दिन उनके द्वारा चारामा विकासखण्ड के ग्राम बारगरी (नवापारा) एवं कांटागांव तथा भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के ग्राम सेलेगांव और दुर्गूकांदल तहसील के ग्राम खुटगांव एवं कोण्डे का निरीक्षण किया गया, तत्पष्चात पखांजूर में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर प्रत्येक पटवारी हल्का के 10 प्रतिषत गिरदावरी कार्य का सत्यापन करने के निर्देष दिये गये। उनके द्वारा पखांजूर में ही रात गुजारी गई, दूसरे दिन सुबह से ही पखांजूर तहसील के विभिन्न ग्रामों पीव्ही 23 लखनपुर, पीव्ही 39 इंद्रप्रस्थ, गौरीषंकर नगर, पीव्ही 80 हरिदासपुर एवं ग्राम साबेर और मरोड़ा तथा चाणक्यपुरी में गिरदावरी कार्य का सघन निरीक्षण किया जाकर किसानों द्वारा ली गई फसल का खसरा एवं नक्षा से मिलान किया गया एवं पटवारियों से गिरदावरी के संबंध में विस्तृत जानकारी ली गई। इस दौरान उनके द्वारा ग्रामीणों से चर्चा किया जाकर फसल की स्थिति एवं खाद-बीज के संबंध में जानकारी लिया गया।
गिरदावरी कार्य के निरीक्षण दौरान प्रभारी श्री देवांगन एवं कलेक्टर श्री चौहान ने पीव्ही 23 लखनपुर में कृषक मंगल भक्तू के द्वारा की जा रही केला एवं गन्ना की खेती का अवलोकन किया गया और केला फसल के बीच-बीच में अदरक एवं हल्दी की खेती करने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया। कृषक मंगल भक्तू ने बताया कि केला फल पक जाने के बाद आसपास के गांवों में घूम-घूमकर विक्रय किया गया, जिससे उन्हें 40 से 50 हजार रूपये की आमदनी हुई। गिरदावरी के दौरान गौरीषंकर नगर के खसरा नंबर 47, 48 एवं 49 की जॉच करने के लिए तहसीलदार शषिषेखर मिश्रा को निर्देष दिये गये तथा कृषि विभाग के अधिकारियों को पड़ती जमीन में कोदो-कुटकी, रागी इत्यादि की फसल लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु निर्देषित किया गया, साथ ही एसटी, एससी वर्ग के किसानों के पड़त भूमि को खेती योग्य बनाने के लिए भूमि सुधार के तहत् समतलीकरण कराने के निर्देष दिये गये। ग्राम पीव्ही 80 हरिदासपुर में उन्होंने कृषक सुब्रत तरफदार के द्वारा की जा रही परवल की खेती और सुजीत विष्वास के द्वारा गौ-पालन से दुग्ध व्यवसाय की जानकारी ली गई। सुजीत विष्वास ने बताया कि उनके पास वर्तमान में 11 गाय हैं जो 20 से 30 लीटर तक दूध देती हैं तथा प्रतिदिन 130 लीटर दूध का विक्रय किया जा रहा है, जिससे उन्हें प्रतिदिन 2 हजार रूपये शुद्ध फायदा होता है। उनके इस कार्य की प्रषंसा करते हुए प्रभारी सचिव एवं कलेक्टर ने अन्य किसानों को भी दुग्ध व्यवसाय अपनाने के लिए प्रेरित करने हेतु समझाईष दिया।
अधिकारियों के दौरा मनकूराम पद्दा के लिए बना वरदान 
गिरदावरी के निरीक्षण के दौरान प्रभारी सचिव श्री धनंजय देवांगन और कलेक्टर श्री के.एल. चौहान द्वारा ग्राम साबेर निवासी मनकूराम पद्दा द्वारा किये जा बकरी पालन का भी अवलोकन किया गया और उनसे बकरी पालन के संबंध में पूछताछ की गई।  मनकूराम पद्दा ने बताया कि उनके द्वारा स्वयं की राषि से एक बकरी से बकरी पालन का व्यवसाय शुरू किया गया था, जो धीरे-धीरे बढ़कर अब 32 हो गई है, जिससे उन्हें आमदनी प्राप्त हो रही है और अपने बच्चों को स्कूल व कॉलेज भेजकर षिक्षित कर रहे हैं। मनकूराम पद्दा के लगन एवं परिश्रम को देखकर प्रभारी सचिव श्री देवांगन ने उनके लिए 90 प्रतिषत अनुदान पर 10 बकरी एवं एक बकरा प्रदान करने की स्वीकृति दी गई, गांव के ही भास्कर उसेण्डी के पास भी 20 बकरियां होने की जानकारियां मिलने पर उनके लिए भी 90 प्रतिषत अनुदान पर 10 बकरी और एक बकरा प्रदाय करने की स्वीकृत दिया गया। कलेक्टर श्री चौहान द्वारा ग्राम साबेर के पांच हितग्राहियों के लिए बकरी शेड निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई। इस प्रकार अधिकारियों का यह दौरा मनकूराम पद्दा और भास्कर उसेण्डी के लिए वरदान साबित हुआ।
वर्मी टांका निर्माण कार्य में लापरवाही पर एक ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी निलंबित, दूसरे का दो वेतन वृद्धि रोकने के निर्देष
गिरदावरी निरीक्षण के दौरान प्रभारी सचिव श्री धनंजय देवांगन एवं कलेक्टर श्री के.एल. चौहान ने ग्राम मरोड़ा के गौठान का भी निरीक्षण किया तथा गोधन न्याय योजनांतर्गत गोबर की खरीदी एवं उसके भुगतान के संबंध में ग्रामीणों से जानकारी ली गई। महिला स्व-सहायता समूह द्वारा मुर्गी पालन के लिए शेड निर्माण कराने के अनुरोध पर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बी.आर. ठाकुर को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये तथा चार महिला स्व-सहायता समूह के लिए मुर्गी पालन शेड का निर्माण कराने के लिए निर्देषित किया गया। इस दौरान उनके द्वारा गौठान में नवनिर्मित वर्मी टांका का भी निरीक्षण किया गया जिसका निर्माण निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप नहीं होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी ऋषि कुमार पटेल को निलंबित करने तथा कप्तान सिंह जाटव का दो वेतन वृद्धि रोकने और वरिष्ट कृषि विस्तार अधिकारी सी. आर. भास्कर को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा तकनीकी सहायक तुलाराम ठाकुर से लागत राषि की वसूली करने के निर्देष दिये गये। प्रभारी सचिव श्री देवांगन और कलेक्टर श्री चौहान ने ग्राम चाणक्यपुरी के कृषक तारक मजूमदार द्वारा मछली पालन के लिए बनाये गये 06 तालाब का भी निरीक्षण किया गया, जिसमें से 01 तालाब शासकीय भूमि में निर्मित होने की जानकारी मिलने पर उसकी जांच करने के निर्देष दिये गये।
गिरदावरी निरीक्षण के दौरान कृषि विभाग के उप संचालक एन.के. नागेष, पशुधन विकास विभाग के उप संचालक एल.पी. सिंग, पखांजूर के एसडीएम निषा नेताम मड़ावी, उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक व्ही.के. गौतम, पखांजूर के तहसीलदार शषिशेखर मिश्रा सहित नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी और कृषि विभाग के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

जिले के प्रभारी सचिव श्री धनंजय देवांगन और कलेक्टर श्री के.एल. चौहान ने आज पखांजूर तहसील के विभिन्न ग्रामों में गिरदावरी निरीक्षण के बाद वापस लौट रहे थे, तब भानुप्रतापपुर के एसडीएम लता मण्डावी ने उन्हें बताया कि ग्राम झोलिन निवासी 50 वर्षीय बुधूराम नेताम की सर्प काटने से मृत्यु हो गई है, इस पर कलेक्टर श्री चौहान द्वारा तत्काल पीड़ित परिवार के लिए चार लाख रूपये की सहायता राषि स्वीकृत की गई। उनके द्वारा मृतक बुधूराम नेताम की पत्नी श्रीमती सियाबाई नेताम के लिए सहायता राषि स्वीकृत किया जाकर तहसीलदार भानुप्रतापपुर को भुगतान करने के निर्देष दिये गये।