रायपुर – शासन की जनकल्याणकारी ‘कौशल विकास योजनाओं‘ से दिव्यांगजनों में नई उमंग जगी है। इसके तहत विभिन्न व्यावयसायिक गतिविधियों में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर दिव्यांगजन अपनी आजीविका के लिए सक्षम बन रहे है। इससे लाभान्वित कई दिव्यांग युवाओं ने 3 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर स्वयं को सक्षम पाकर खुशी जाहिर किया है।

शासन द्वारा इस योजना के तहत दिव्यांग युवाओं को भी उनकी रूचि और योग्यता के अनुसार विभिन्न व्यावसायों में निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। कौशल विकास की इस योजना से जहां सामान्य युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़े है, वहीं इनका लाभ उठाकर दिव्यांग युवा भी अपनी आजीविका के लिए सक्षम होने लगे है।

इस संबंध में सहायक संचालक कौशल विकास तथा रोजगार अधिकारी श्री केदार पटेल ने बताया कि रायपुर जिला में दिव्यांग युवाओं को इस योजना के तहत समाज कल्याण विभाग के माना केन्द्र, जनसामर्थ्य कल्याण समिति, जनमन फाउण्डेशन, लीडिंग रिफॉमर्स लिमिटेड आदि के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इन प्रशिक्षण केन्द्रों से दिव्यांग युवाओं को रिटेल, सिलाई, कम्प्यूटर ऑपरेटर आदि व्यावसायिक गतिविधियों में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा हैं। इससे प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत 25 से 30 प्रशिक्षित दिव्यांग युवा अब वालमार्ट, बेस्ट प्राईस, विशाल मेगामार्ट, वाश कैफे तथा रिलायंस स्मार्ट आदि संस्थाओं में काम कर रहे हैं। इससे उन्हें प्रतिमाह लगभग 10 से 12 हजार रूपए की आमदनी होने लगी है। कौशल प्रशिक्षण प्राप्त श्रवणबाधित युवा श्री महेन्द्र साहू, श्री विकास साहू, श्री मुकेश चन्द्रा, कुमारी रंजुला पटेल आदि ने बताया कि कौशल प्रशिक्षण ने उन्हें अब आत्मनिर्भर बना दिया है और इससे हमारी जिन्दगी में नई उमंग जगी है।