Joharcg.com कोविड की दूसरी लहर का असर ग्रामीण और दूर दराज के इलाको पर भी देखने को मिला। दूसरी लहर मे ऑक्सीजन की जरूरत प्रमुख रूप से सामने आई। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने पूर्व तैयारी हेतु महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने आज रायपुर के फॉरेस्ट कॉलोनी स्थित अपने निवास से बालोद जिले के डोंडी-लोहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए लगभग साढ़े सात लाख रूपए के चिकित्सा उपकरणो की गाड़ी को रवाना किया। चिकित्सा उपकरण कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों मे मदद करते हुए ऑक्सफैम इंडिया संस्था द्वारा मिशन संजीवनी के तहत प्रदान किए गए। इस अवसर पर मंत्री श्रीमती भेंड़िया ने ऑक्सफैम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से ज्यादा प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्व तैयारी के लिए यह मदद महत्वपूर्ण है। यह स्वास्थ्य व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाएगी।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हेतु चिकित्सा उपकरण में आक्सीजन सिलेंडर 40 लीटर क्षमता के 6 नग, आक्सीजन फ्लो मीटर 10 नग, आक्सीजन नसल मास्क 40 नग, पल्स आक्सी मीटर 6 नग, नेबुलाइज़र 6 नग, बेड सेमी फ़ाउलर गद्दा सहित 5 नग, बी पी मशीन एल ई डी 2 नग, डिजिटल थर्मामीटर 10 नग, मल्टी पेरामीटर पेशेंट मॉनिटर 1, बाईपेप मशीन 1 नग एवं ऑक्सिजन कोन्सेंट्रेटर 1 नग शामिल हैं। साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिय 100 पीपीई किट भी है। इस तरह के चिकित्सा उपकरण ऑक्सफैम इंडिया ने 9 अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और आवश्यकता अनुसार 35 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो को भी प्रदान किये गए हैं।  ऑक्सफैम इंडिया के प्रतिनिधि श्री आनंद शुक्ल ने बताया कि कोविड महामारी के व्यापक प्रभाव को देखते हुए ऑक्सफैम इंडिया संभावित तीसरे लहर की पूर्व तैयारी के लिए ग्रामीण और दूर दराज के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों मे चिकित्सा उपकरणो को पहुचाने प्रयासरत है। चिकित्सा उपकरणो के साथ साथ जरूरतमन्द लोगों के लिए सूखा राशन की भी व्यवस्था की गई है।
ऑक्सफैम इंडिया के प्रकाश गार्डिया ने बताया कि ऑक्सफैम ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने पर विशेष फोकस कर रही हैं। वर्तमान में कबीरधाम और राजनान्दगाँव जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली मितानिनों को मेडिकल किट प्रदान किया जा रहा है। चिकित्सा उपकरणो के साथ साथ जानकारीयों के फैलाव पर भी काम हो रहा है। चिकित्सकों के द्वारा वैक्सीन पर जागरूकता बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ी मे मेसेज भी रेकॉर्ड किए गए हैं।