Shiv Temple Gandai

joharcg.com (Shiv Temple Gandai) शिव मंदिर भूमिज में पूर्वाभिमुखी निर्मित है । यह मंदिर स्थापत्य कला की दृष्टि से उच्चकोटि का है । इस मंदिर का निर्माण 13-14 वीं शताब्दी में किया गया था ।

राजनांदगांव शहर से दूरी – 74 किलोमीटर उत्तर दिशा में

(Shiv Temple Gandai) शिव मंदिर, गंदई, छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंदई जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर प्राचीन शिव और बौद्ध मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है, जो 9वीं से 14वीं शताब्दी के बीच बने थे।

ऐतिहासिक महत्व

गंदई-पंडरिया क्षेत्र एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है, जहाँ पर कई प्राचीन शिव मंदिरों के अवशेष पाए गए हैं। इनमें से अधिकांश मंदिर 14वीं शताब्दी के बाद नष्ट हो गए थे। हालाँकि, यहाँ एक प्रमुख शिव मंदिर, जिसे “देउर शिव मंदिर” कहा जाता है, अब भी संरक्षित है। यह मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा पुनर्स्थापित और प्रबंधित किया जा रहा है।

मंदिर की वास्तुकला

देउर शिव मंदिर की वास्तुकला अद्वितीय है, जिसमें शिल्पकला की बारीकियाँ और धार्मिक प्रतीक शामिल हैं। मंदिर का गर्भगृह और शिखर विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करते हैं। यहाँ की दीवारों पर उकेरी गई मूर्तियाँ और नक्काशी इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती हैं।

धार्मिक गतिविधियाँ

गंदई के शिव मंदिर में हर साल महाशिवरात्रि जैसे प्रमुख त्योहारों का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहाँ आते हैं और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं। मंदिर परिसर में भव्य मेले का आयोजन भी होता है, जिसमें स्थानीय लोग और पर्यटक शामिल होते हैं।

यात्रा की जानकारी

गंदई, रायपुर से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिससे यहाँ पहुँचना आसान है। स्थानीय परिवहन सुविधाएँ उपलब्ध हैं, और आप अपनी निजी गाड़ी से भी यहाँ आ सकते हैं।

निष्कर्ष

गंदई का शिव मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है। यहाँ आने वाले श्रद्धालु न केवल आध्यात्मिक शांति का अनुभव करते हैं, बल्कि इस ऐतिहासिक स्थल की सुंदरता और वास्तुकला का भी आनंद लेते हैं। यदि आप धार्मिक पर्यटन के शौकीन हैं, तो गंदई का शिव मंदिर आपकी यात्रा की सूची में अवश्य होना चाहिए।