Health Minister reviews the screening and treatment arrangements of Covid-19
सभी विशेषीकृत कोविड अस्पतालों के काम जल्द पूर्ण करने के निर्देश

बिलासपुर, अंबिकापुर और राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में लैब स्थापना के काम में तेजी लाने कहा

रायपुर – स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज प्रदेश में कोविड-19 की जांच और इलाज की व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने राज्य कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की बैठक में कोविड-19 के इलाज के लिए बनाए जा रहे विशेषीकृत अस्पतालों का काम जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोरोना वायरस के अधिक से अधिक संदिग्ध संक्रमितों की जांच के लिए बिलासपुर, अंबिकापुर और राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में लैब की स्थापना के काम में तेजी लाने कहा। अभी रायपुर के एम्स और डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय तथा जगदलपुर और रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस की आरटीपीसीआर जांच हो रही है। इसके साथ ही रायपुर के लालपुर स्थित लैब में ट्रू-नाट विधि से सैंपल जांच की जा रही है।

कोविड-19 के उपचार के लिए प्रदेश के दस डेडिकेटेड अस्पतालों में दो हजार बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है। एम्स और डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल में 500-500, जगदलपुर और राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 200-200 तथा माना सिविल अस्पताल, बिलासपुर जिला अस्पताल, ई.एस.आई.एस. अस्पताल कोरबा, रायगढ़ व अंबिकापुर शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल एवं शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज भिलाई में 100-100 बिस्तरों पर कोरोना वायरस संक्रमितों के इलाज के इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रदेश के 115 आइसोलेशन सेंटर्स में भी 5515 बिस्तर हैं, जहां कोविड-19 मरीजों का उपचार किया जा सकता है।

स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने बैठक में जांच किट, पीपीई किट, वीटीएम, वेंटिलेटर्स, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क और सर्जिकल मास्क की उपलब्धता एवं आपूर्ति की भी समीक्षा की। उन्होंने कोविड-19 का इलाज कर रहे डॉक्टरों और संक्रमितों की देखभाल में लगे मेडिकल स्टॉफ को सभी आवश्यक संसाधन एवं व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपाय उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, ओएसडी श्री राजेश सुकुमार टोप्पो, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं श्री नीरज बंसोड़, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. एस.एल. आदिले, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला और नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन श्री नीलेश क्षीरसागर सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।