जगदलपुर – महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले में शिशु मृत्युदर और कुपोषण में कमी लानेे के लिए शिशु संरक्षण माह 14 जुलाई से 14 अगस्त तक चलाया जा रहा है। जो माह के हर मंगलवार और शुक्रवार को ग्रामीण और शहरी दोनों विस्तारो में टीकाकरण सत्र के साथ कार्यान्वित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में बस्तर जिले के लगभग 82 हजार बच्चों को लाभांवित किया जाएगा। शिशु संरक्षण माह के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत सभी बच्चों का वजन मापा जा रहा है। बच्चों का वजन करवाने के लिए सहायिका और मितानिन द्वारा अभिभावको को मोबलाईज किया जाता है। इस अवसर पर पोषाहार का वितरण भी किया जाता है। अति गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान करना और कुपोषित बच्चों को पोषण पुर्नवास केंद्रों के लिए रेफर भी किया जाता है।

महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री शैल ठाकुर ने बताया कि शिशु संरक्षण माह के साथ-साथ इन दिनों विभाग के द्वारा बच्चों में डायरिया की रोकथाम एवं प्रबंधन कार्य किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 8 जुलाई से प्रारंभ हुआ था जो कि 21 जुलाई तक चलेगा। साथ ही बाल मृत्युदर में कमी लाने के लिए बच्चों को विटामिन ए और आयरन फोलिक एसिड सिरप भी दिया जा रहा है। बच्चे को विटामिन ए की दवा पिलाकर पालकों को मौसमी बीमारियों के साथ ही कुपोषण और अन्य बीमारियों से बचाव के बारे में बताया। इस दौरान राज्य शासन प्राप्त कोरोना प्रोटोकॉल का पालन महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है।