वजह, तीसरे की रिपोर्ट का इंतजार

रायपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के प्रतापपुर फॉरेस्ट रेंज में एक महीने के भीतर चार हाथियों का शव मिला है। इसमें से एक हथिनी की मौत ज़हरीले (टॉक्सिक) पदार्थ के सेवन से हुई हैं। सूबे के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने दो हथिनियों की मौत की वजह बताई है, वहीं तीसरे हथिनी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार होना बताया है। 

वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि प्राइमरी रिपोर्ट के मुताबिक एक हाथी की मौत दिल के काम बंद करने से हुई है।  वन मंत्री के मुताबिक़ दूसरी हथिनी की मौत जहरीले पदार्थ के सेवन करने के बाद हुई, वहीं तीसरी हथिनी की रिपोर्ट का इंतजार है।  लगातार हथिनियों की मौत पर वन्य प्राणी प्रेमियों ने भी नाराजगी जताई है और वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। 

हाथियों और इंसानों के बीच जंग को लेकर सुर्खियों में रहने वाला प्रतापपुर फॉरेस्ट रेंज इस बार हथिनियों की मौत को लेकर सुर्खियों में है।  24 घंटे के अंदर दो मादा हथिनियों की मौत जिसमें से एक गर्भवती भी थी, इसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।  बता दें कि इससे पहले भी करंजवार के जंगल में लगभग 40 दिन पुरानी हथिनी की सड़ी-गली लाश मिली थी। 

एक महीने के अंदर चार मादा हाथियों का शव इस वन क्षेत्र से मिल चुका है. ये हथिनी भी गणेशपुर में डटे प्यारे हाथियों के दल की सदस्य थी. इससे पहले इस दल की 2 हथिनियों के शव मिले थे।  दोनों हथिनियों के शव वहां मिले हैं, जहां कुछ साल पहले वन विभाग द्वारा हाथियों के लिए तालाब बनाया गया था, जंगल से हाथी यहां पानी पीने के लिए आते हैं।  बुधवार को एक और हथिनी की यहां मौत हो गई।  हथिनी का शव कनक नगर के पास मिला।  बड़ी बात ये है कि मंगलवार को भी बांध के किनारे एक हथिनी का शव मिला था, जिसकी सूचना भी गांव वालों ने ही वन विभाग को दी थी।  

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