महासमुंद – जिला चिकित्सालय और कोविड केयर सेंटर में नए प्रारूप के तहत किए जा रहे आमूल-चूल परिवर्तनों में जिला स्तरीय अफसरों के अलावा राज्य स्तर के आला अधिकारी भी विशेष रुचि ले रहे हैं। 12 जून 2020 को राज्य स्तरीय उच्चाधिकारियों के चार सदस्यीय टीम मे राज्य कार्यक्रम प्रबंधक डाॅ प्रदीप टण्डन और राज्य सलाहकार डाॅ रणवीर बघेल सहित दो अन्य उच्च स्तरीय विशेषज्ञों ने जिला चिकित्सालय के कोविड और नाॅन कोविड सेक्शन में किए जा रहे बदलावों का आंकलन किया।

उन्होने यहा किए जा रहे कार्य की प्रगति को देखकर सराहना। करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। इस दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय के कोविड सेक्शन से शुरूआत की और बारी-बारी सभी कक्षों में भ्रमण किया। सेंट्रल ऑक्सीजन की पाइप लाइन देखी एवं बनाए जा रहे पार्टीशन चैम्बर्स की व्यवस्था में प्रयोग में लाई जा रही नई तकनीक की सराहना भी की। डाॅनिंग और डाॅफिंग क्षेत्र में हुए निर्माण का नक्शा परखा और नहाने के साथ-साथ पीपीई किट बदलने एवं सैनिटाइज्ड होने की जगह का माप लेकर प्रक्रिया के दौरान बरती जाने वाली सावधानी के बारे में अद्यतन जानकारी दी। इसके बाद नाॅन-कोविड सेक्शन के लिए भी ओपीडी एवं आईपीडी में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का मूल्यांकन किया। उन्होने कहा कि किसी भी स्थिति में कोविड और नाॅन-कोविड मरीजों के सम्पर्क नही होनी चाहिए । जिस पर सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल ने उन्हें बताया कि कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशन और मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ रवि मित्तल के मार्गदर्शन में बन रहे इस माॅडल को कई अनुभवी सलाहकारों द्वारा परखा जा चुका है, साथ ही स्वास्थ्य विभाग सहित ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, लोक निर्माण एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की देख-रेख में कार्यो मे दक्ष और जानकार मिस्त्रियों से काम लिया जा रहा है। इससे आंतरिक परिसर में संक्रमण फैलाव की आशंका नही के बराबर है। इस दौरान टीम के साथ जिला कार्यक्रम प्रबंधक संदीप ताम्रकार, अस्पताल सलाहकार डाॅ निखिल गोस्वामी और जिला कार्यक्रम समन्वयक उत्तम श्रीवास सहित अन्य विभागीयअधिकारी उपस्थित थे।

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