सुकमा  – जैसा कि परंपरा है शिशु के जन्म पर रिश्तेदार, मित्रगण शगुन के रूप में उपहार देते हैं जो शिशु की मंगल कामना के रूप में दिए जाते हैं। इसी तरह नवजात शिशु सुरक्षा किट भी उपहार स्वरूप जिला प्रशासन के स्वास्थ्य अमले द्वारा दिया जाएगा। इससे बच्चे के माता-पिता एक सुखद अनुभव लेकर स्वास्थ्य केंद्र से घर जाएंगे। साथ ही अन्य लोगों को भी संस्थागत प्रसव के अपने इस सुखद अनुभव की जानकारी देंगे। इस नवाचार के तहत आज जिला अस्पताल सुकमा में स्वास्थ्य सेवाएं बस्तर संभाग के संयुक्त संचालक डॉ. विवेक जोशी द्वारा माताओं को नवजात शिशु सुरक्षा किट उपहार स्वरूप प्रदान किया गया। इस अवसर पर जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सी बी बंसोड़, डीपीएम रोहित कुमार वर्मा सहित अन्य चिकित्सा कर्मी उपस्थित थे।

       नवजात शिशु सुरक्षा किट के संबंध में जानकारी देते हुए जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सी बी बंसोड़ ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य सूचकांकों को बेहतर करने और संस्थागत प्रसव में वृद्धि के लिए यह नवाचार कलक्टर श्री चन्दन कुमार के मार्गदर्शन में प्राम्भ किया जा रहा है। डॉ. बंसोड़ ने बताया कि गर्भवती महिलाओं का संपूर्ण जांच, उपचार तथा संस्थागत प्रसव में वृद्धि लाने हेतु यह नवाचार प्रारंभ किया गया है। इसके तहत जिला प्रशासन द्वारा संस्थागत प्रसव होने पर सभी माताओं को एक नवजात शिशु सुरक्षा किट प्रदान किया जाएगा जिसमें गरम कपड़े, मच्छरदानी, बेबी सोप, तेल, तोलिया और खिलौना आदि रहेगा। इस प्रकार इस किट की सहायता से नवजात शिशु का अच्छे से देखभाल किया जा सकेगा एवं उन्हें किसी प्रकार की संक्रमण से बचाया जा सकेगा। इससे जनमानस में गर्भवती जांच एवं संस्थागत प्रसव के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी, साथ ही जच्चा बच्चा दोनों का सही तरीके से देखभाल किया जा सकेगा।

      आज जिला अस्पताल सुकमा में ग्राम जरलोड़ी की श्रीमती अनीता पति श्री दिलीप, दोरनापाल के श्रीमती वंदना पति श्री विकास और ग्राम कोडरीपाल की श्रीमती भीमे पति श्री सन्ना को उपहार स्वरूप नवजात शिशु सुरक्षा किट प्रदान किया गया।