00 स्वास्थ्य विशेषज्ञों की अपील, बिना मास्क के बाहर निकलने वालों पर हो सख्ती
00 निगम ने 19,015 तो पुलिस ने 3,603 मास्क नहीं पहनने वालों पर कार्यवाई
रायपुर । राजधानी रायपुर में कोरोनावायरस संक्रमण के लगातार मामले सामने आने लगे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन नहीं करना इसकी मुख्य वजह मानते हुए लोगों से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रहे हैं। हालांकि नगर निगम और पुलिस भी मास्क नहीं पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने वालों पर लगातार कार्यवाई कर रही है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए फेस मास्क को सार्वजनिक जगहों पर पहनना अनिवार्य बताया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दिशानिर्देश जारी कर एक समुदाय, होम केयर और जो लोग मरीज़ों का ध्यान रख रहे हैं और जिन इलाकों में कोविड-19 के मामले आए हैं, वहां लोगों को मास्क जरूर पहनने, सामाजिक दूरी और हाथों को समय-समय पर धोने को बेहद जरूरी बताया है।्र
00 प्रदेश में मास्क पहनना अनिवार्य
छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए राज्य में प्रत्येक नागरिक के लिए मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। बिना मास्क लगाए पाए जाने पर 100 रुपए जुर्माना, सार्वजिनक स्थानों पर थूकने पर 100 रुपए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर 200 रुपए जुर्माने का प्रावधान किया है।
00 नवजात और 2 वर्ष से कम, बेहतर घर में रहना
डॉ. सुभाष पांडेय प्रवक्ता व संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य विभाग का कहना है जिस तरह से वयस्क को कोरोना वायरस का संक्रमण हो सकता है, उसी तरह से नवजात और कम उम्र के बच्चों को भी हो सकता है। नवजातों और छोटे बच्चों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए सामाजिक दूरी ही सबसे बेहतर विकल्प है। नवजात या एक वर्ष तक के बच्चे जिन्हें बहुत आवश्यक है बाहर ले जाना तो उन्हें मास्क पहनाएं मगर नाक से थोड़ा सा स्पेस देकर। 2 वर्ष के ऊपर बच्चों को बाहर ले जाया जा रहा है तो उन्हें मास्क पहनाना चाहिए। डॉ. पांडेय ने बताया छोटे बच्चों की जो केयर टेकर, आया है उसे भी मास्क पहनना चाहिए बच्चे की देखभाल करते वक्त। साथ ही अगर वह कोरोना प्रभावित इलाके से आ रही है तो उसकी जांच करानी चाहिए।
00 चिकित्सकों का है कहना
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. राकेश गुप्ता का कहना है कि सार्वजनिक स्थलों में जाते समय सभी को मास्क और शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन करना चाहिए, पहले से गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीज और बच्चे बुजुर्ग सार्वजनिक स्थल में ना जाएं।
यूरोलॉजिस्ट डॉ. ललित शाह का कहना है कि लोग अब कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर पहले जैसे सजग नहीं हैं। जबकि डब्ल्यूएचओ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी दिशा निर्देश में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने पर बल दिया है। परंतु लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे और और सोशल डिस्टेंसिंग पर भी ध्यान नहीं दे रहे। जबकि यही वक्त है जब लोगों को सचेत होने की जरूरत है। नगर निगम और ट्रैफिक अधिकारियों को भी नियम का पालन करवाने के लिए सख्ती करनी होगी।
00 नगर निगम की कार्यवाई
नगर निगम रायपुर कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार निगम ने मास्क नहीं पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने और यहां वहां थूकने वालों पर कार्यवाई किया है। मार्च से 14 जुलाई तक निगम ने मास्क नहीं लगाने वाले कुल 19 हजार 15 पर कार्यवाई और 15 जुलाई को 11 हजार 462 रुपए, थूकने और गंदगी फैलाने वाले 998 पर कार्यवाई कर 1 लाख 50 हजार 570 रुपए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वाले 1539 पर कार्यवाई कर 2 लाख 9 हजार 170 रुपए जुर्माना किया है।
00 ट्रैफिक पुलिस की कार्यवाई
यातायात पुलिस या पुलिस की कार्यवाई को देखें तो मास्क नहीं लगाने वालों पर कार्यवाई करते हुए जुर्माना भी वसूला है। अप्रैल में 1654 लोगों पर कार्यवाई कर 3 लाख 30 हजार 800 रुपए, मई में 523 पर कार्यवाई 1 लाख 4 हजर 600 रुपए, जून में 819 पर कार्यवाई 1 लाख 62 हजार 600 रुपए और 13 जुलाई तक 613 लोगों पर कार्यवाई कर 12 लाख 22 हजार 600 रुपए वसूला है।
00 डब्ल्यूएचओ ने दिए दिशा-निर्देश
जहां संक्रमण ज्यादा है, वहां के लोगों को हर हाल में मास्क पहनना चाहिए। इसके साथ ही भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल और दुकानों में भी मास्क पहनना बेहद जरूरी है।
सभी स्वस्थ लोगों को तीन परतों वाला फैब्रिक मास्क पहनना अनिवार्य बताया गया है। जो लोग बीमार हैं, वह ही केवल मेडिकल ग्रेड का मास्क पहनें।
जिन जगहों पर संक्रमण का स्तर बहुत ज्यादा है, वहां सभी लोगों को मेडिकल-ग्रेड का मास्क ही इस्तेमाल करना चाहिए। अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही मरीजों और वहां मौजूद सभी लोगों को मेडिकल- ग्रेड का मास्क पहनना चाहिए।

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